Varanasi(वाराणसी): बीएचयू के एसवीडीवी में डॉ. फिरोज खान की नियुक्ति के समर्थन पर सैकड़ों छात्र सिंह द्वार पर उतर आए हैं. जहां एक ओर लगातार 14वें दिन छात्र विरोध कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर डॉ. फिरोज खान के समर्थन में जॉंइट एक्शन कमेटी के बैनर तले छात्रों ने सिंह द्वार पर जुटकर फिरोज के समर्थन में नारे भी लगाए.
वहीं डा. फिरोज के समर्थन में बीएचयू उर्दू विभाग के अध्यक्ष प्रो. आफताब अहमद भी आए हैं. समर्थन में छात्रों का कहना है कि शिक्षक की नियुक्ति का विरोध गलत है, इस पर विश्वविद्यालय को जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए. बीएचयू प्रशासन ने जो भी किया नियुक्ति में वह सही है. यह नई बात नहीं है. बीएचयू उर्दू विभाग के अध्यक्ष प्रो. आफताब अहमद आफाकी का कहना है कि विश्वविद्यालय का मतलब है कि चाहे वह कोई हो किसी धर्म, जाति का हो. अगर योग्य है तो नियुक्ति करना गलत नहीं है.
अगर चयन समिति ने डॉ. फिरोज खान की योग्यता के अनुसार उनका फैसला लिया है तो इसका विरोध नहीं होना चाहिए. विभिन्न विश्वविद्यालय में कई ऐसे छात्र हैं जो संस्कृत पढ़ रहे हैं. इसके अलावा कुछ ऐसे छात्र भी है जो उर्दू पढ़ रहे हैं. बीएचयू में ही संस्कृत पढ़ने वाली एक मुस्लिम छात्रा को दीक्षांत समारोह में टॉपर होने पर सर्वाधिक मेडल मिल चुका हैय क्या ऐसे लोग संस्कृत नहीं पढ़ सकते हैं.